नवरात्रि के तीसरे दिन, जो माता दुर्गा का स्वरूप माना जाता है, उसे मां चंद्रघंटा कहा जाता है।

1. मां चंद्रघंटा नवरात्रि मे मां दुर्गा का तीसरे दिन का स्वरूप मानी जाती है।

2. मां चंद्रघंटा को दूध से बनी चीज अर्थात बर्फी, खीर आदि भोग अत्यंत प्रिय है।

3. मां चंद्रघंटा को नारंगी रंग पसंद है इस कारण माता रानी को जलेबी, कंगन आदि का भोग भी भक्त लगाते हैं।

4. दुर्गा माता का इस रूप में वाहन सिंह है।

5. मां चंद्रघंटा के मस्तक पर अर्धचंद्राकार का घंटे का आकार सुशोभित होने के कारण इनको चंद्रघंटा कहा जाता है।

6. चंद्रघंटा मां दुर्गा का शांतिप्रिय स्वरूप है इस रूप में माता  सुख ,शांति व समृद्धि  की दायनी मानी जाती है।

7. मां दुर्गा ने चंद्रघंटा का स्वरूप दैत्य का आतंक बढ़ जाने के कारण उनका सर्वनाश करने के लिए लिया था।

8. माता के इस स्वरूप की साधना करते वक्त भक्त को नारंगी रंग के वस्त्र पहन कर पूजा अर्चना करनी चाहिए।