शरद पूर्णिमा 2023

व्रत, पूजा, और खीर रखने का सही तरीका 

24 October 2023

शरद पूर्णिमा कब है?

पंचांग के अनुसार, इस साल आश्विन मास की पूर्णिमा तिथि 28 अक्टूबर, शनिवार को प्रातः: 04 बजकर 17 मिनट पर शुरू हो रही है और इसका समापन 29 अक्टूबर को रात में 01 बजकर 53 मिनट पर हो रहा है।

शरद पूर्णिमा व्रत कब रखें?

पूर्णिमा तिथि 28 अक्टूबर को प्रातः: 04 बजकर 17 मिनट से शुरू हो रही है, इसलिए 28 अक्टूबर को ही शरद पूर्णिमा का व्रत रखना चाहिए।

शरद पूर्णिमा स्नान कब करें?

पूर्णिमा तिथि 28 अक्टूबर को प्रातः: 04 बजकर 17 मिनट से शुरू हो रही है, इसलिए 28 अक्टूबर को सुबह स्नान करना चाहिए।

शरद पूर्णिमा दान कब करें?

पूर्णिमा तिथि 28 अक्टूबर को प्रातः: 04 बजकर 17 मिनट से शुरू हो रही है, इसलिए 28 अक्टूबर को ही दान करना चाहिए।

शरद पूर्णिमा पर खीर बनाने का समय?

ग्रहण के बाद खीर बनाएं। या फिर सुबह में खीर बनाकर रात में बाहर रखें।

शरद पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण है, तो क्या करें?

इस साल शरद पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, चंद्र ग्रहण के समय चंद्रमा पीड़ित हो जाता है। इसलिए, चंद्र ग्रहण के समय खीर का उपाय स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं माना जाता है।

शरद पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण है, तो क्या करें?

इस साल शरद पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, चंद्र ग्रहण के समय चंद्रमा पीड़ित हो जाता है। इसलिए, चंद्र ग्रहण के समय खीर का उपाय स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं माना जाता है।

शरद पूर्णिमा का पर्व एक महत्वपूर्ण पर्व है। इस दिन व्रत, पूजा, और खीर रखने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।