उज्जैन के ज्योतिषाचार्य अमर डब्बावाला के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की तिर्वा दशी को धनतेरस कहा जाता है। इस दिन देवी लक्ष्मी की कुम्भ पूजा की भी सलाह दी जाती है। ऐसा माना जाता है कि धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इस अनुष्ठान को करने से देवी लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की कृपा प्राप्त होती है।

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उज्जैनिया शहर इस समय धनतेरस पर विशेष ध्यान देते हुए दिवाली उत्सव मना रहा है। धनतेरस एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो दिवाली से दो दिन पहले आता है और धन्वंतरि की पूजा के लिए समर्पित है। यह पांच दिवसीय दिवाली उत्सव की शुरुआत का भी प्रतीक है और इसे भव्य तरीके से मनाया जाता है। इस वर्ष, धनतेरस 10 नवंबर को है, और लोग समृद्धि और सौभाग्य को आकर्षित करने की उम्मीद में विभिन्न वस्तुओं की खरीदारी करके भाग लेते हैं।

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य अमर डब्बावाला के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की तिर्वा दशी को धनतेरस के रूप में मान्यता है। इस दिन देवी लक्ष्मी की कुम्भ पूजा की भी सलाह दी जाती है। ऐसा माना जाता है कि यदि यह अनुष्ठान धार्मिक शास्त्रों के अनुसार किया जाता है, तो व्यक्ति को देवी लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके अतिरिक्त, इस अनुष्ठान को करने से वित्तीय समस्याओं को हल करने और परिवार के भीतर बाधाओं को दूर करने में मदद मिल सकती है। मां भगवती के मानस पुत्र माने जाने वाले कुबेर अपने आशीर्वाद से परिवार को सुख-समृद्धि और धन-संपदा प्रदान करते हैं।

धनतेरस के त्योहार पर खरीदें ये सामान.
पीतल के बर्तन पारंपरिक रूप से धनतेरस पर खरीदे जाते हैं, जो कार्तिक महीने के अंधेरे पखवाड़े के तेरहवें दिन पड़ता है। मान्यता है कि इसी दिन भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन के दौरान पीतल का कलश लेकर समुद्र से प्रकट हुए थे। इसलिए धनतेरस के दिन पीतल के बर्तन खरीदने का महत्व माना जाता है। यह दिन सोने और चांदी के बर्तन खरीदने से भी जुड़ा है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह घर में सुख, शांति और समृद्धि लाता है।

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नमस्कार, मेरा नाम Krishna है, और मैं जयपुर, राजस्थान से हूँ। मैं B.A. की डिग्री है और मेरा शौक है धार्मिक गानों और पूजा-पाठ से जुड़े पोस्ट लिखने का। वेबसाइट पर चालीसा, भजन, आरती, व्रत, त्योहार, जयंती, और उत्स से जुड़े पोस्ट करते हैं। मेरा उद्देश्य धार्मिक ज्ञान को Shared करना और भगवान की भक्ति में लोगों की मदद करना है। धार्मिक संगीत और पूजा मेरे लिए खुशी और शांति का स्रोत हैं। और हमारे Social Media Platform पर हमसे जुड़ सकते हैं। धन्यवाद!

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