Shri Shivmahapuran In Hindi
shiv puran pdf

शिव पुराण (Shiv Puran PDF) हिंदू धर्म के 18 पुराणों में से एक है जो पूरी तरह से भगवान शिव को समर्पित है। यह एक शैव पुराण के रूप में जाना जाता है क्योंकि इसमें भगवान शिव के स्वरूप, गुणों और लीलाओं पर प्रकाश डाला गया है। शिव पुराण में शिवलिंग, 12 ज्योतिर्लिंग, शिव भक्ति और उपासना विधियों पर भी चर्चा की गई है। यह शिव भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है जिसका पाठ और श्रवण उन्हें आत्मज्ञान और मोक्ष की प्राप्ति में सहायक होता है।

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Author: Gorakhpur Gita Press

Editor's Rating:
5

शिव पुराण (Shiv Puran PDF) हिंदू धर्म के 18 पुराणों में से एक है जो पूरी तरह से भगवान शिव को समर्पित है। यह एक शैव पुराण के रूप में जाना जाता है क्योंकि इसमें भगवान शिव के स्वरूप, गुणों और लीलाओं पर प्रकाश डाला गया है। शिव पुराण में शिवलिंग, 12 ज्योतिर्लिंग, शिव भक्ति और उपासना विधियों पर भी चर्चा की गई है। यह शिव भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है जिसका पाठ और श्रवण उन्हें आत्मज्ञान और मोक्ष की प्राप्ति में सहायक होता है।

शिव पुराण कौन पढ़ सकता है?

शिव पुराण को पढ़ने के लिए कोई विशेष पात्रता या प्रतिबंध नहीं है। यह हिंदू धर्म का एक प्रमुख ग्रंथ है जिसे कोई भी व्यक्ति पढ़ सकता है:

  • शिव भक्त इसे पढ़कर भगवान शिव के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और उनकी भक्ति में वृद्धि कर सकते हैं।
  • हिंदू धर्म के इतिहास और कथाओं को समझने के लिए भी यह एक अच्छा स्रोत है।
  • छात्र शिक्षक इसे पढ़कर हिंदू ग्रंथों और कथा साहित्य के बारे में जान सकते हैं।
  • भारतीय संस्कृति के प्रति जिज्ञासु लोग भी शिव पुराण को पढ़कर हिंदू देवताओं और पौराणिक कथाओं से परिचित हो सकते हैं।
  • शिव पुराण की भाषा सरल है और इसे समझना आसान है, इसलिए कोई भी व्यक्ति इसे पढ़ सकता है।

अतः आयु, लिंग, जाति या धर्म की परवाह किए बिना कोई भी व्यक्ति शिव पुराण को पढ़कर लाभ उठा सकता है।

यह भगवान शिव और उनकी पत्नी पार्वती के बारे में है। शिव पुराण को ‘वायु पुराण’ भी कहा जाता है क्योंकि इसमें भगवान वायु की कथाएं भी हैं।

शिव पुराण/शिव महापुराण में 24,000 श्लोक हैं जो 7 समुल्लास (खंड) में विभाजित हैं

शिव पुराण का मुख्य संदेश भगवान शिव की महिमा और उनके भक्तों के लिए उनकी कृपा का वर्णन करना है। यह शिव की उपासना करने वालों के लिए महत्वपूर्ण ग्रंथ है।

शिव पुराण को एक महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ माना जाता है और इसे शिव भक्तों द्वारा बहुत सम्मान दिया जाता है। यह पुराण ज्ञान, भक्ति, ध्यान और मोक्ष के मार्ग पर प्रकाश डालता है।

शिव पुराण का मूल मंत्र “ॐ नमः शिवाय” है। यह मंत्र शिव के स्वरूप और महिमा का प्रतीक है। इसे नियमित रूप से जपने से मनुष्य को कई लाभ होते हैं, जैसे:

  • मनोकामनाओं की पूर्ति
  • पापों से मुक्ति
  • मोक्ष की प्राप्ति
  • ज्ञान और विवेक की प्राप्ति
  • भक्ति की वृद्धि
  • आत्म-साक्षात्कार
  • शांति और समृद्धि
  • रोगों से मुक्ति
  • मृत्यु के भय से मुक्ति

शिव पुराण का पाठ करने के लिए सबसे अच्छा समय महाशिवरात्रि है, लेकिन इसे किसी भी दिन या समय पढ़ा जा सकता है।

यदि आप शिव पुराण का पाठ करना चाहते हैं, तो आप इसे ऑनलाइन या पुस्तकालय से प्राप्त कर सकते हैं। आप इसे किसी भी भाषा में पढ़ सकते हैं, लेकिन यदि आप इसे संस्कृत में पढ़ सकते हैं तो यह सबसे अच्छा होगा।

शिव पुराण एक अत्यंत महत्वपूर्ण और ज्ञानवर्धक ग्रंथ है। यदि आप इसे पढ़ते हैं, तो आप भगवान शिव के स्वरूप और महिमा को समझने के साथ-साथ कई लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं।

Credit : Hindu Rituals – हिन्दू रीति रिवाज

Shiv Puran PDF | Shiv Puran in Hindi PDF

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  1. शिव पुराण में क्या लिखा है?

    शिव पुराण एक प्रमुख हिन्दू धर्मिक ग्रंथ है जो भगवान शिव की महत्वपूर्ण कथाएं, लीलाएं, उनके महत्व, उपासना और उनके भक्तों की कथाएं वर्णित करता है।

  2. शिव पुराण किसने लिखा था?

    शिव पुराण को वेदव्यास ऋषि द्वारा लिखा गया था। यह पुराण वेदव्यास द्वारा रचित एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है जो भगवान शिव के विषय में विशेष ज्ञान प्रदान करता है।

  3. क्या शिव पुराण में शिव के अलावा अन्य देवी-देवताओं की कथाएं भी होती हैं?

    हां, शिव पुराण में शिव के साथ ही अन्य देवी-देवताओं की भी कथाएं होती हैं, जैसे कि पार्वती, विष्णु, ब्रह्मा, सूर्य आदि।

2 COMMENTS

  1. muje hamare sare granth padana aachca lagata hai esliye maine mere pc pr download krake rakha hai roj padati hu apko bahut bahut dhaynawad

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