Hanuman Chalisa: नमस्कार दोस्तों। हम सभी ये जानते हैं कि हनुमान जी काफी शक्तिशाली व शीघ्र ही प्रसन्न होने वाले भगवान हैं। यदि कोई मनुष्य निरंतर ही हनुमान जी का नाम जपता है तो उस मनुष्य के जीवन में कभी संकट नहीं आते। बजरंगबली उसके सारे संकट हर लेते हैं। तभी तो हनुमान जी को संकट मोचन भी कहा जाता है। हमारे बजरंग बली ने तो भगवान श्री राम के संकट हर लिए थे। फिर आप और हम क्या हैं। हमारी परेशानियों को हरना तो उनके लिए बहुत ही आसान है।

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हनुमान चालीसा का महत्व

कहा जाता है हनुमान जी को प्रसन्न करने का सबसे उचित तरीका है Hanuman Chalisa का पाठ करना। तुलसीदास जी की लगी Hanuman Chalisa का निरंतर पाठ करने से मनुष्य को काफी फल प्रदान होता है। हम मनुष्य के लिए हनुमान चालीसा एक ऐसा मंत्र है जो कि हमारे सारे दुखों को समाप्त कर सकता है। यदि मनुष्य हनुमान चालीसा का रोजाना एक बार भी पाठ कर लेता है तो वह सारे कष्टों से मुक्त हो जाता है। लेकिन क्या हो अगर कोई मनुष्य प्रतिदिन हनुमान चालीसा का लगातार सात बार पाठ करे तो क्या उसके जीवन में बदलाव आते हैं? उन्हें किन चमत्कारों का आभास होता है? चलिए आज के इस आर्टिकल में हम जान लेते हैं। आगे बढ़ने से पहले आप सभी से एक निवेदन है कि अगर अभी तक आपने हमारे इस वेबसाईट को बुकमार्क नहीं किया है, तो बुकमार्क कर लें।

Hanuman Chalisa का पाठ करने के लाभ

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प्रतिदिन लगातार सात बार हनुमान चालीसा का जाप किसी अमृत से कम नहीं है।

संकटों से मुक्ति

यदि आप प्रतिदिन सात बार हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं, तो आपके जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।

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सुख, समृद्धि, धन वैभव

आपके घर में सुख, समृद्धि, धन वैभव का होता है। हमारे बजरंगबली सभी देवताओं के प्रिय हैं।

देवताओं के प्रकोप से मुक्ति

इसलिए अगर आप पर या आपके परिवार पर किसी भी देवता का प्रकोप है। तो Hanuman Chalisa के सात बार पाठ करने से वह भी नष्ट हो जाता है। हनुमान चालीसा का निरंतर सात बार पाठ करने से आपके सारे ग्रह कट जाते हैं और आप देखेंगे कि आपके सभी बिगड़े व रुके हुए कार्य वापस बनने लगेंगे।

पितृ दोष और कुलदेवी देवता के प्रकोप से मुक्ति

यहाँ तक कि यदि आपके घर पे पितृ दोष है, आपके पितृ आपसे क्रोधित है, वह आपके कुलदेवी देवता आपसे रुष्ट है, तो Hanuman Chalisa के सात बार पाठ करने से वह भी प्रसन्न हो जाते हैं।

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भूत-प्रेत से रक्षा

इसके साथ ही और आपके परिवार को भूत प्रेतों से भी छुटकारा मिल जाता है। हनुमान चालीसा का पाठ करने से भूत प्रेत आपके और आपके परिवार के निकट नहीं आ सकते।

रोग मुक्ति

इसके साथ ही यदि आपके परिवार के किसी सदस्य की तबियत निरंतर ख़राब रहती है, तो आप एक लोटे में गंगाजल लेकर हनुमान चालीसा का पाठ करें और उस लोटे का पानी उस व्यक्ति को पिलाएं। तो कुछ ही दिनों के भीतर उसकी तबियत में काफी सुधार आने लगेगा।

हनुमान जी की पूजा विधि

लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि सिर्फ हनुमान चालीसा का पाठ करने से ही आपकी मनोकामनाएं पूर्ण होने लगेंगी। हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए सिर्फ हनुमान चालीसा का पाठ ही पर्याप्त नहीं है।

सात्विक जीवन

हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए आपको हनुमान जी की तरह एक सात्विक जीवन व्यतीत करना पड़ेगा।

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मास मदिरा और तामसिक भोजन से दूरी

आपको मांस मदिरा और तामसिक भोजन से दूर होना पड़ेगा।

मन में द्वेष भाव से बचाव

इसके साथ ही आपको किसी के प्रति मन में द्वेष भाव भी उत्पन्न नहीं होने देना है।

साफ-सफाई का महत्व

साथ ही आपको साफ-सफाई का भी पूरा ध्यान रखना है। कई भक्तजन ऐसे भी होते हैं जो लगातार दस दिन या एक महीने तक Hanuman Chalisa का पाठ करते हैं जब उन्हें कोई फल प्रदान नहीं होता तो वह हनुमान चालीसा का पाठ करना छोड़ देते हैं। जैसे एक पौधे को धूप, छांव, बारिश, तूफान, ठंडी हवाओं का निरंतर भार झेलना पड़ता है, तब जाकर वह पौधा एक वृक्ष बनता है और फल देने योग्य होता है,

वैसे ही भक्ति में भी भक्त को पहले ही कठिन परीक्षा से गुजरना पड़ता है, तब कहीं जाकर उसे फल प्रदान होता है। वैसे ही जब आप साल दो साल प्रतिदिन निरंतर Hanuman Chalisa का पाठ करेंगे तब कहीं जाकर आपको इसके चमत्कार का अनुभव तब कहीं जाकर आपको फल प्रदान होगा। इसलिए हनुमान जी से हमेशा जुड़े रहें और हनुमान चालीसा का पाठ करते रहें। क्योंकि एक हनुमान जी ही है जो इस कलयुग में भक्तों की पुकार सुन लेते हैं।

जय श्री राम। जय बजरंगबली।

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